याददाश्त का सीधा सा संबंध खान-पान व शरीर की कार्यप्रणाली पर निर्भर करता है। याददाश्त अतिक्रियाशीलता की वजह से भी कम हो जाती है। बहुत अधिक विचारों का दिमाग में होना भी याददाश्त को कम कर देता है। और दिमाग को कम इस्तेमाल करना भी आपकी बुद्धि को कम करता है। जब आप अपने दिमाग को इस्तेमाल कम से कम करेंगे तो जंग लग ही जाएगी।
यदि हम किसी ताले को कई सालों तक ना खोलें तो उसको खोलने में दिक्कत आती है ठीक वैसे ही यदि आप रोजाना दिमाग को अपडेट नहीं करेंगे तो वह क्रियाशीलता नहीं रखेगा इसलिए दिमाग की कसरत होना बहुत जरूरी है जिससे आप की स्मरण शक्ति अच्छी बनी रहे जो वैज्ञानिक बुद्धि पर परीक्षण कर रहे हैं जो बड़ी-बड़ी खोज करते रहते हैं उनका कहना है कि हमारा ब्रेन सुपर कंप्यूटर से भी पावरफुल है रिसर्च से पता चला है कि एक लाख से अधिक पुस्तकों को हम याद रख सकते हैं यह सब योगाभ्यास करने से संभव है
याददाश्त बढ़ाने के लिए क्या करें
आजकल के तनावपूर्ण वातावरण की वजह से स्मरण शक्ति कम होती जाती है ठीक से यदि पोषण भी ना मिले तब भी यह स्थिति आ जाती है बच्चों में अक्सर देखा गया है कि वह अपना पढ़ा हुआ याद नहीं रख पाते उनको कोई चीज याद करने को दी जाती है तो वह उसको जल्दी ही भूल जाते हैं परीक्षा में उनका परिणाम अच्छा नहीं रह पाता यह सब स्मरण शक्ति कम होने की वजह से होता है लेकिन इसमें चिंतित नहीं होना चाहिए क्योंकि दिमाग सभी मनुष्यों में एक समान है बस उसके इस्तेमाल करने के तरीके तथा उसको पोषण देने के तरीके में फर्क है यदि उसको पोषित किया जाए तो याददाश्त बहुत अच्छी हो जाती है इसके लिए योग का सहारा लिया जाता है तथा कुछ खेल है जो स्मरण शक्ति को बढ़ाते हैं वह खेले जाते हैं और आपकी याददाश्त कंप्यूटर की तरह हो जाती है आपको अपनी बुद्धि को तेज करने के लिए कुछ योगाभ्यास करने होंगे जिसकी वजह से आप की स्मरण शक्ति प्रखर बनेगी यह योग अभ्यास निम्न है

कपालभाती
इस योग अभ्यास में सांस को छोड़ने पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है इस योगाभ्यास में जब सांस तेज गति से बाहर छोड़ी जाती है तो पेट को भीतर खींचा जाता है अर्थात् नाभि को मेरुदंड की तरफ खींचा जाता है हर बार सांस को तेज गति से बाहर की और छोड़ा जाता है यह क्रिया तेजी से की जाती है इस क्रिया को रोजाना 5 से 10 मिनट करना चाहिए क्योंकि इसको करने से आपकी याददाश्त तेज होती है तथा पेट की बीमारियों में भी यह योग लाभ देता है।
भ्रामरी
इस प्राणायाम में आंखों को बंद करके बैठ जाइए तथा दोनों कानों को दोनों हाथों के अंगूठे से बंद कर दें तथा दोनों हाथों की अनामिका को भौंहों से कुछ ऊपर तथा बाकी की तीन उंगलियों को आंखों पर रखें तथा होठों को बंद करके गुंजन करते हुए ओम का जाप करें आपके दिमाग में जो ध्वनि उत्पन्न होती है उससे आप की स्मरण शक्ति बहुत तेज हो जाती है यह आपकी याददाश्त को बढ़ाने का बहुत ही अच्छा प्राणायाम है इसको आप रोजाना करें
अनुलोम विलोम
प्राणायाम में नाक के दाएं छिद्र से सांस को ऊपर खिचते हैं इस दौरान बाएं छिद्र को अंगूठे से बंद कर लेते हैं तथा कुछ समय सांस को अंदर रोककर बाएं छिद्र से सांस को बाहर छोड़ देते हैं फिर बाएं छिद्र से सांस लेते हैं और दाएं से छोड़ देते हैं यह एक चक्र कहलाता है इसी तरीके से कम से कम 10 मिनट इस प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए इसको करने से अतिरिक्त मात्रा में ऑक्सीजन आपके मस्तिष्क में पहुंचती है तथा मस्तिष्क पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है जिससे रक्त परिसंचरण में सुधार होता है और हमारा दिमाग बहुत अच्छे से काम करता है हमारी याददाश्त बहुत अच्छी हो जाती है क्योंकि ऑक्सीजन जितनी मात्रा में हमारे शरीर में प्रवेश करती है उतना ही हमारा दिमाग प्रखर होता चला जाता है ऑक्सीजन की अधिक मात्रा हमारे दिमाग को सुपर कंप्यूटर भी बना सकती हैं।

भस्त्रिका
इस प्राणायाम में तेज गति से सांसो को छोड़ा जाता है और वापस लिया जाता है जिसकी वजह से बहुत सारी ऑक्सीजन हमारे शरीर में प्रवेश करती है तथा यह हमारे रक्त में मिलकर हमारे शरीर को शुद्ध करती है जितनी ऑक्सीजन हमारे रक्त में मिलती है उतना ही हमारा दिमाग तेज चलता है ऑक्सीजन हमारे रक्त में मिलकर हमारी याददाश्त को तेज करने का काम करती है
मेडिटेशन
आप रोजाना मेडिटेशन की आदत डालें सुबह जल्दी उठकर बिना शोर-शराबे वाली जगह आप बैठ जाएं और अपनी सांसो पर ध्यान केंद्रित करें इस वक्त आपके दिमाग में कोई भी विचार ना चले आप विचार शून्य हो जाएं आप जब यह क्रिया करेंगे तो आप अपने आप को बड़ा ही शांत महसूस करेंगे और एकाग्र चित्त होने में आपको मदद मिलेगी आप जो भी काम करेंगे एकाग्र होकर करेंगे और आपकी बुद्धि का विकास होगा

स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए दिमाग से जुड़े गेम खेलें
आपकी याददाश्त अच्छी बने इसके लिए आप ऐसे गेम खेलें तथा बच्चों को भी खिलाएं जो आपकी बुद्धि को तेज करते हो जैसे चैस, शतरंज एक ऐसा गेम है जो दिमाग की अच्छी कसरत कर देता है आप पजल गेम भी बच्चों को खिला सकते हैं इससे भी दिमाग की अच्छी कसरत होती है

बच्चों का दिमाग गिनती बुलाकर तेज करें
आप अपने बच्चों से रोजाना उल्टी गिनती बुलाएं इससे दिमाग की अच्छी कसरत होती है साथ ही आप एबीसीडी भी उलटी बुलवाएं बच्चा इस प्रक्रिया में दिमाग का तेजी से इस्तेमाल करता है और अपने दिमाग पर जोर डालता है यह क्रिया स्मरण शक्ति को बढ़ाने का काम करती है।
याददाश्त बढ़ाने के लिए क्या खाएं
याददाश्त बढ़ाने के लिए पोषक तत्वों का खाना बहुत जरूरी है तत्व भी ऐसे होने चाहिए जो आपकी याददाश्त को तेज करें निम्न चीजें है जो आपकी स्मरण शक्ति को तेज कर सकती हैं इनको खाएं।
- आप रोजाना दूध पीये दूध दिमाग को तेज करता है।
- आप रोजाना घी खाए घी और दूध चिकने पदार्थ हैं जो हमारे दिमाग को दुरुस्त करते हैं घी आप हमेशा गाय का ही ले यह आपके जीवन में शुद्धता ले आता है।
- अखरोट रोजाना अपने भोजन में शामिल करें यह दिमाग को बहुत तेज करता है आप इसकी बनावट भी देखेंगे तो बिल्कुल दिमाग जैसी ही लगती है यह हमारी बुद्धि के लिए ही बना है।
- बादाम को आप रोजाना खाएं आप बदाम को सुखा भी खा सकते हैं और इसको भिगोकर भी खा सकते हैं भिगोने के बाद इसको अच्छे से पीस लें और दूध में मिलाकर पीले यह बहुत ही अच्छा ड्रिंक बनकर तैयार होता है जो कि दिमाग के लिए बहुत अच्छा है।
- चीनी की जगह मिश्री का इस्तेमाल करें।
स्मरण शक्ति को कम होने से बचाने के लिए क्या नहीं करना चाहिए
- आपको तनाव बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए तनाव आपकी बुद्धि पर असर डालता है और आप बातों को भूलने लगते हैं चीजों को रखकर भूलने लगते हैं।
- नींद की कमी से भी बुद्धि कम हो जाती है आपको पर्याप्त मात्रा में सोना चाहिए कम से कम रोजाना 7 से 8 घंटे जरूर सोना चाहिए नींद आपके दिमाग को दुरस्त करती है स्मरण शक्ति को तरोताजा कर देती हैं।
- आपको कभी भी गुस्सा नहीं करना चाहिए क्योंकि गुस्सा करने पर भी आपकी स्मरण शक्ति का नुकसान होता है इसलिए हमेशा प्रसन्नचित मन से रहे
- अति क्रियाशीलता भी याददाश्त को कम करती है आप एक साथ बहुत सारे काम लेकर ना चले या एक साथ बहुत सारी चीजों पर ध्यान ना दें इससे क्या होता है कि आप चीजों को भूलने लगते हैं आप याद रख नहीं पाते इसलिए अति क्रियाशीलता से भी बचें
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में क्या सुझाया है
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए हमेशा ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, विटामिन डी, कैल्शियम लेना चाहिए क्योंकि यह दिमाग को तेज करता है आयुर्वेद में कहा गया है कि आप रोजाना सुबह बादाम रोगन, दूध में मिलाकर पिए इसके साथ आप शहद व पावर वीटा भी मिला सकते हैं यह दिमाग तो बहुत तेज कर देता है आप अपने बच्चे को रोजाना चवनप्राश खिलाएं साथ ही आयुर्वेद में एक औषधि ऐसी है जो रामबाण की तरह काम करती है वह है मेधा वटी यह ब्रेन के लिए बहुत ही लाभदायक है इससे बढ़िया कोई भी चीज नहीं। ठीक होने में थोड़ा समय जरूर लगेगा लेकिन परमानेंट आराम मिल जाएगा और आपकी याददाश्त बहुत अच्छी हो जाएगी
निष्कर्ष
यदि याददाश्त कम हो जाए तो आयुर्वेद में ऐसे योग व औषधियां हैं जो पूर्ण रूप से व्यक्ति को ठीक कर देती हैं इनका इस्तेमाल कोई साइड इफेक्ट नहीं देता है मेधा वटी एक ऐसी औषधि है जो हंड्रेड परसेंट स्मरण शक्ति को सही कर देती है। बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए रोजाना योगाभ्यास जरूर कराना चाहिए। अतः स्मरण शक्ति का आयुर्वेद में पूर्ण इलाज है
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Q.1 क्या खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है
आपको रोजाना दूध गाय का घी बदाम रोगन अखरोट खाने चाहिए यह सभी आपकी याददाश्त को बढ़ाते हैं इन सब में चिकनापन होता है जो दिमाग में तथा हड्डियों में तरावट लाता है तथा चवनप्राश व मेधा वटी का इस्तेमाल रोजाना करें
Q.2 याददाश्त बढ़ाने के लिए कौन से प्राणायाम करने चाहिए
आप अपनी याददाश्त बढ़ाने के लिए अनुलोम विलोम,भस्त्रिका ,भ्रामरी, कपालभाति आदि करें यह आप की स्मरण शक्ति को बढ़ाते हैं इनके करने से ऑक्सीजन बहुत मात्रा में आपके शरीर में प्रवेश करती है जिससे मस्तिष्क का विकास होता है स्मरण शक्ति तेज होती है