नवजात शिशु की हड्डियां मजबूत रहें तथा विटामिन डी की कमी ना रहे इसके लिए उसे धूप में जरूर सुलाएं लेकिन धूप सिर्फ सुबह के टाइम की ही हो धूप में रखने से melatonin बनने में काफी मदद मिलती है जो कि बच्चे के sleep pattern को regulate करती है serotonin बनने की वजह से energy level बढ़ता है और बच्चों का mood अच्छा रहता है
शिशु को सर्दियों में धूप में कैसे रखें
जब बच्चा 3 से 4 हफ्ते का हो जाए तो उसको 15 से 20 मिनट धूप में जरूर लिटाना चाहिए क्योंकि सुबह इस में विटामिन डी बहुतायत से पाया जाता है जो बच्चे की हड्डियों के लिए बहुत ही सहायक है सूरज निकलने के ढाई से 3 घंटे तक आप बच्चे को कभी भी सूरज की रोशनी में बैठा सकते है इस दौरान यह हल्की होती है
सर्दियों में तो वैसे भी सारे दिन धूप हल्की ही पड़ती है लेकिन बच्चे की skin नाजुक होने की वजह से आप इसको सिर्फ सुबह के टाइम ही धूप में बिठाए शाम के टाइम आप सूरज ढलने के एक घंटा पहले बच्चे को धूप में बैठा सकते है ध्यान रहे कि शिशुओं को सीधी धूप में ना रखें हल्की छांव में रखें ताकि गर्माहट मिल सके अगर इस में आप सूला रहे हैं तो उन्हें पूरे कपड़े पहनाए यदि जरूरत पड़े तो उनको केमिकल रहित sunscreen उनकी त्वचा पर लगा सकते हैं

पीलिया से बचाव
- Bilirubin बढ़ने पर शिशु की skin पीली पड जाती है धूप bilirubin को तोड़ने में मदद करती है यह पीले रंग का तत्व होता है जो कि नेचुरल कैटाबॉलिक पैथवे में बनता है इससे नवजात शिशु का liver bilirubin को आसानी से process कर पाता है छोटे बच्चों में पीलिया की शिकायत बहुत ज्यादा मिलती है अतः इन नवजात शिशु को आधा घंटा जरूर से धूप में रखना चाहिए नवजात शिशु को पीलिया से बचाने का यह एक बहुत ही कारगर तरीका साबित होता है लेकिन यदि फिर भी पीलिया हो जाता है तो को डॉक्टर को दिखाना ज्यादा उचित होगा
विटामिन डी के लिए
- धूप में बच्चे को लिटाये का सबसे अधिक फायदा यह है कि इस में विटामिन डी होता है शरीर इसको बनाने में कम से कम 15 मिनट का समय लेता है अतः बच्चों को कम से कम आधा घंटा आप इस में लिटा दे इससे से बच्चों को विटामिन डी मिलता है जिससे नवजात शिशुओं की हड्डियां मजबूत होती है
- अगर नवजात शिशु का रंग गहरा है तो आप उसे 15 मिनट से ज्यादा धूप में ना बैठाये लेकिन यदि रंग हल्का है तो आप उसे आधा घंटे बैठा सकते हैं लेकिन आधा घंटे से ज्यादा ना बैठाये क्योंकि नवजात बच्चे की skin नाजुक होती है जो ज्यादा इस को सहन नहीं कर पाती और झुलसने का अंदेशा रहता है
हड्डियों का विकास
जब शिशु को सूरज की रोशनी में रखते हैं तो उनकी हड्डियां मजबूत बनती है इससे से मिलने वाला विटामिन डी शरीर में calcium को अवशोषित करने में मदद करता है जिससे हड्डियों को इसकी पर्याप्त मात्रा मिलती है और हड्डियां मजबूत होती हैं साथ ही rickets की problem भी नहीं होती यह बीमारी विटामिन डी की कमी से होती है
दिमाग विकसित-
सूरज की रोशनी में नवजात बच्चे को थोड़ी देर लिटाने से दिमाग पर भी असर पड़ता है उसका दिमाग अच्छे से विकसित होता है क्योंकि यह sleep pattern को regulate करती है
Melatonin level गिरता है तथा serotonin level बढ़ता है जिससे बच्चों का मूड खुशनुमा बना रहता हैं
शिशु को ज्यादा कपड़ों में ना लपेटे
जब भी शिशु को सूरज की रोशनी में लिटाये उसको ज्यादा कपड़ों में ना लपेटे ज्यादा कपड़ों की वजह से शिशु ठीक से active नहीं रह पाता तथा उसे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है बच्चे की छाती और पीठ पर धूप अवश्य लगने दें यह जब लगती है तो बच्चा स्वस्थ रहता है

Serotoninका उत्पादन
सूरज की रोशनी में रहने से बच्चे में प्रोटीन का उत्पादन बढ़ता है जिससे खुशी और security की भावना आती है serotonin बच्चों में नींद और पाचन को नियंत्रित करता है बच्चा हैप्पी मूड में रहता है
Insulin level
नवजात शिशु को यदि रोजाना धूप में लिटाया जाए तो उसमें आगे चलकर डायबिटीज जैसी बीमारियां नहीं होंगी क्योंकि विटामिन डी शरीर के इंसुलिन लेवल को नॉर्मल रखने में सहायता करता है अतः नवजात शिशु को आप रोजाना 15 मिनट धूप में अवश्य लिटाए सूर्य की रोशनी से मिलने वाले विटामिन डी से मेटाबॉलिक सिंड्रोम की स्थिति के कारण होने वाली बीमारियां जैसे ह्रदय रोग, मधुमेह के रिस्क से भी बच्चों को बचाया जा सकता है
ऊर्जा का स्तर
घर के बड़े बुजुर्ग हमेशा बच्चों को धूप दिखाने की सलाह देते हैं धूप से सिर्फ गर्माहट का अहसास ही नहीं बल्कि कई फायदे भी मिलते हैं धूप में 15 से 20 मिनट लिटाने से बच्चे का एनर्जी लेवल हाई रहता है क्योंकि सेरोटोनिन बनने में सूर्य की रोशनी काफी मदद करती है जिसकी वजह से ऊर्जा का स्तर शिशु में अच्छा बना रहता है
शिशु को किस वक्त धूप में नहीं ले जाना चाहिए
बच्चों के लिए सुबह की धूप अच्छी होती है जो नवजात शिशु होते हैं उनको आप 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक बाहर ज्यादा देर तक ना रखें आप सुबह 7 से 10 तक बच्चे को 15 से 20 मिनट तक रख सकते हैं या आधा घंटा रख सकते हैं क्योंकि सुबह 10:00 बजे से शाम को 4 बजे तक सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणें मौजूद रहती हैं जोकि बच्चे की skin को नुकसान पहुंचा सकती हैं
नवजात शिशु को धूप से होने वाले नुकसान
नवजात शिशु को सूर्य की रोशनी में रखने के बहुत से फायदे हैं लेकिन कुछ नुकसान भी है जो नवजात शिशु को धूप में रखने से होते हैं
त्वचा में नुकसान
जब नवजात शिशु को ज्यादा देर के लिए धूप में रखा जाता है तो अल्ट्रावायलेट किरणों की वजह से उसकी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है इसको रैशेज हो सकते हैं sunburn हो सकता है skin dry हो सकती है फट सकती है अतः तेज सूर्य की रोशनी से बचाएं
आंखों पर असर
नवजात शिशुओं को सूर्य की रोशनी में जरूर सुलाएं लेकिन उनको सीधी धूप ना पडने दे। इस का असर बच्चे की आंखों पर पड़ सकता है इसमें बच्चों को कैटरेक्ट जैसी आंखों की समस्या हो सकती है आंखों के लेंस प्रभावित हो सकते हैं आंख की रोशनी कम हो सकती है आंखों में सूजन आ सकती है नवजात को direct सूर्य की रोशनी में ना रखें
बच्चों को धूप में लिटाते वक्त किन चीजों का ध्यान रखें
- शिशु को धूप में लिटाते समय का पूरा ध्यान रखें कि सुबह 7 से 10 के बीच लिटाना है तथा शाम को सूरज छिपने से एक घंटा पहले
- सही जगह का चुनाव करें -बच्चे को ऐसी जगह लिटाए जहां तेज हवा ना चल रही हो ऐसी जगह रखें जहां उसे हवा न लगे और हल्की धूप लगती रहे
- सीधी सूर्य की रोशनी में बच्चे को ना सुलाएं इससे उनकी skin पर rishis पडने का डर रहता है
- शिशु को सूर्य की रोशनी में सूलाते समय कपड़ों का पूरा ध्यान रखें शिशु की त्वचा बहुत ही sensitive होती है इसलिए उनको आरामदायक तथा फुल कपड़े पहनाएं
- जितनी देर शिशु सूरज की रोशनी में रहे आप उस पर पूरा ध्यान दें
- शिशु को सूरज की रोशनी में लिटाने के बाद आप उसे समय-समय पर स्तनपान कराएं तथा यदि शिशु थोड़ा सा बड़ा है तो उसे थोड़ा थोड़ा पानी देते रहें जिससे उसका शरीर hydrate रहे
निष्कर्ष-
शिशु के लिए सूरज की रोशनी बहुत जरूरी होती है लेकिन इसके कुछ फायदे हैं और कुछ नुकसान है यदि सही सावधानी और तरीकों के साथ ध्यान देकर शिशु को लिटाया जाए तो फायदे मिलेंगे नुकसान से अब बस जाएंगे इसलिए सतर्कता के साथ शिशु को धूप पान कराएं
Q.1 क्या बच्चे को धूप में लिटाना चाहिए
बच्चे को धूप में 15-20 मिनट जरूर से सुलाना चाहिए क्योंकि सुबह की धूप में विटामिन डी होता है तथा इससे कई रोगों से बचाव होता है
Q.2 शिशु की हड्डियों के विकास के लिए क्या करें
हड्डियों के विकास के लिए शिशु को जरूर सुलाएं धूप से मिलने वाला विटामिन बी, कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं