M.K Gandhi Short Notes And MCQ 2025 || Read Now

M.K Gandhi in Sociology

M.K Gandhi (1869-1948) केवल भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नेता ही नहीं, बल्कि एक गहन सामाजिक विचारक भी थे। उनका समाजशास्त्र राजनीति, नैतिकता, धर्म, ग्राम स्वराज और मानवीय मूल्यों के समन्वय पर आधारित था। गांधी जी का मानना था कि समाज में परिवर्तन केवल कानून से नहीं, बल्कि नैतिक और आत्मिक जागृति से संभव है।

M.K Gandhi

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जन्म और प्रारंभिक जीवन

जन्म: 2 अक्टूबर 1869, पोरबंदर, गुजरात

पिता: करमचंद गांधी (राजनीतिक प्रशासक)

माता: पुतलीबाई (धार्मिक विचारों वाली)

शिक्षा: इंग्लैंड में कानून की पढ़ाई, फिर दक्षिण अफ्रीका में वकालत

वहीं उन्होंने नस्लभेद और अन्याय के खिलाफ संघर्ष शुरू किया, जो आगे चलकर सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धांत में विकसित हुआ।


गांधी जी का समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण

गांधी जी समाज को केवल आर्थिक इकाई नहीं मानते थे, बल्कि उसे नैतिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकता का संगम मानते थे।

मुख्य सिद्धांत:

  1. सत्य (Truth): जीवन के हर क्षेत्र में सत्य का पालन।
  2. अहिंसा (Non-violence): किसी भी अन्याय का प्रतिकार बिना हिंसा के करना।
  3. सत्याग्रह: सत्य और अहिंसा पर आधारित संघर्ष की पद्धति।
  4. ग्राम स्वराज: आत्मनिर्भर और स्वशासी गांव ही भारत की ताकत हैं।
  5. ट्रस्टीशिप सिद्धांत: पूंजीपतियों को अपनी संपत्ति समाज की सेवा में लगानी चाहिए।

गांधी जी के प्रमुख सामाजिक विचार

(A) अहिंसा और सामाजिक परिवर्तन

गांधी जी का मानना था कि हिंसा केवल नफरत को जन्म देती है, जबकि अहिंसा से स्थायी परिवर्तन होता है।

उन्होंने नस्लभेद, जातिवाद और सामाजिक असमानता के खिलाफ अहिंसक आंदोलन चलाए।

(B) सत्याग्रह का समाजशास्त्र

सत्याग्रह केवल राजनीतिक आंदोलन नहीं, बल्कि नैतिक आत्मबल का प्रयोग है।

यह कमजोरों का हथियार नहीं, बल्कि शक्तिशाली नैतिक शक्ति है।

(C) ग्राम स्वराज और ग्रामीण विकास

भारत का वास्तविक विकास गांवों के विकास से ही संभव है।

प्रत्येक गांव को आत्मनिर्भर होना चाहिए—कपड़ा, अनाज, शिक्षा, स्वास्थ्य सब गांव में उपलब्ध हों।

(D) हरिजन और सामाजिक समानता

अस्पृश्यता के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया।

‘हरिजन’ शब्द का प्रयोग उन्होंने दलितों के सम्मान हेतु किया।

मंदिर प्रवेश और सामाजिक भागीदारी की वकालत की।

(E) शिक्षा का समाजशास्त्र

‘नई तालीम’ (Basic Education) का सिद्धांत—शिक्षा काम और कारीगरी से जुड़ी हो।

शिक्षा का उद्देश्य केवल रोजगार नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण है।


गांधी जी के प्रमुख आंदोलन

चम्पारण सत्याग्रह (1917): किसानों के शोषण के खिलाफ।

खिलाफत आंदोलन (1919-1924): हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए।

असहयोग आंदोलन (1920-22): अंग्रेजी शासन के खिलाफ।

दांडी मार्च/नमक सत्याग्रह (1930): नमक कर के खिलाफ।

भारत छोड़ो आंदोलन (1942): तत्काल स्वतंत्रता की मांग।


गांधी जी का समाजशास्त्रीय महत्व

उन्होंने सामाजिक परिवर्तन में नैतिकता को केंद्रीय स्थान दिया।

जातिवाद, छुआछूत और असमानता के खिलाफ विचारों ने भारतीय समाज को नई दिशा दी।

उनके विचार आज भी पर्यावरण, सतत विकास, ग्राम अर्थव्यवस्था और मानवाधिकार आंदोलनों में प्रासंगिक हैं।


गांधी जी और आधुनिक समाजशास्त्र

गांधी जी के विचार केवल भारतीय संदर्भ तक सीमित नहीं रहे। विश्व के अनेक समाजशास्त्रियों और नेताओं (मार्टिन लूथर किंग जूनियर, नेल्सन मंडेला) ने उनसे प्रेरणा ली।

उन्होंने Ethics + Politics + Sociology का अद्वितीय संगम प्रस्तुत किया।

उनका समाजशास्त्र “मानवता-केन्द्रित” (Human-Centric) था, जो आज के उपभोक्तावादी समाज में भी महत्वपूर्ण है।


त्वरित पुनरावृत्ति (Quick Revision)

जन्म: 2 अक्टूबर 1869, पोरबंदर

सिद्धांत: सत्य, अहिंसा, सत्याग्रह, ग्राम स्वराज, ट्रस्टीशिप

आंदोलन: चम्पारण, असहयोग, दांडी मार्च, भारत छोड़ो

शिक्षा: नई तालीम

योगदान: जातिवाद समाप्ति, सामाजिक समानता, नैतिक राजनीति

प्रेरणा स्रोत: टॉल्स्टॉय, रूसकिन, गीता

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10 महत्वपूर्ण बिंदु (10 Key Points)

गांधी जी समाज को नैतिक और आध्यात्मिक एकता मानते थे।

अहिंसा को सामाजिक परिवर्तन का मुख्य हथियार बनाया।

सत्याग्रह आंदोलन का वैश्विक प्रभाव पड़ा।

ग्राम स्वराज से विकेन्द्रित विकास का विचार दिया।

दलितों को ‘हरिजन’ कहकर सम्मान दिया।

शिक्षा को श्रम और नैतिकता से जोड़ा।

अस्पृश्यता, जातिवाद और नशाखोरी के खिलाफ अभियान।

आत्मनिर्भरता और स्वदेशी को बढ़ावा।

राजनीति में नैतिकता और पारदर्शिता पर जोर।

उनके विचार आज भी सतत विकास के लिए प्रासंगिक हैं।


M.K. Gandhi Sociology MCQ

M.K. Gandhi Sociology – MCQ

1. महात्मा गांधी ने अपने विचारों में किस सिद्धांत पर विशेष बल दिया?

गांधीजी ने सत्य और अहिंसा को अपने सामाजिक दर्शन का मूल आधार माना।

2. गांधीजी का ‘सर्वोदय’ का अर्थ है?

‘सर्वोदय’ का मतलब है – सभी का उत्थान, सबके लिए भलाई।

3. गांधीजी ने ‘ट्रस्टीशिप’ की अवधारणा किसके लिए दी?

गांधीजी का मानना था कि पूँजीपतियों को अपनी संपत्ति समाज के ट्रस्टी के रूप में इस्तेमाल करनी चाहिए।

4. गांधीजी की शिक्षा पद्धति को क्या कहा जाता है?

गांधीजी ने ‘बुनियादी शिक्षा’ (Basic Education) को आत्मनिर्भर और नैतिक बनाने का साधन माना।

5. गांधीजी के अनुसार ग्रामीण विकास का आधार क्या है?

ग्राम स्वराज यानी गाँव की आत्मनिर्भरता गांधीजी के विकास दृष्टिकोण का केंद्र था।

6. गांधीजी के विचारों पर किसका प्रभाव था?

लियो टॉल्स्टॉय, रस्किन और गोपालकृष्ण गोखले के विचारों का गांधीजी पर गहरा असर था।

7. गांधीजी ने ‘हिंद स्वराज’ पुस्तक में किसका विरोध किया?

‘हिंद स्वराज’ में गांधीजी ने पश्चिमी सभ्यता की आलोचना की और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया।

8. गांधीजी का मानना था कि सच्चा धर्म क्या है?

गांधीजी के अनुसार, सच्चा धर्म मानव सेवा है।

9. गांधीजी के अनुसार समाज में समानता लाने का मार्ग क्या है?

गांधीजी का मानना था कि सत्य और अहिंसा से ही समाज में समानता लाई जा सकती है।

10. गांधीजी के आर्थिक विचारों का मुख्य उद्देश्य क्या था?

गांधीजी के आर्थिक विचार आत्मनिर्भरता और स्वदेशी पर आधारित थे।

महात्मा गांधी समाजशास्त्र MCQ

महात्मा गांधी समाजशास्त्र MCQ

1. गांधीजी की सत्याग्रह नीति का मुख्य उद्देश्य क्या था?
A. अहिंसक विरोध
B. आर्थिक विकास
C. औद्योगिकीकरण
D. सैन्य शक्ति
सत्याग्रह का उद्देश्य अन्याय के खिलाफ अहिंसक विरोध करना था।
2. गांधीजी द्वारा स्थापित साबरमती आश्रम किस राज्य में था?
A. महाराष्ट्र
B. गुजरात
C. उत्तर प्रदेश
D. बिहार
साबरमती आश्रम गुजरात में स्थित था।
3. गांधीजी का ‘ट्रस्टीशिप सिद्धांत’ किससे संबंधित है?
A. आर्थिक समानता
B. शिक्षा
C. राजनीति
D. धर्म
ट्रस्टीशिप सिद्धांत आर्थिक संसाधनों के समान वितरण से जुड़ा है।
4. गांधीजी ने ‘हिन्द स्वराज’ पुस्तक किस वर्ष लिखी?
A. 1920
B. 1930
C. 1909
D. 1942
‘हिन्द स्वराज’ 1909 में लिखी गई थी।
5. गांधीजी के अनुसार ‘रामराज्य’ का अर्थ क्या था?
A. न्यायपूर्ण समाज
B. धार्मिक राज्य
C. साम्राज्यवादी शासन
D. औद्योगिक राज्य
रामराज्य का अर्थ था न्याय, समानता और नैतिक मूल्यों पर आधारित समाज।
6. गांधीजी किस प्रकार के उद्योग के समर्थक थे?
A. भारी उद्योग
B. लघु उद्योग
C. विदेशी उद्योग
D. स्वचालित उद्योग
गांधीजी लघु एवं कुटीर उद्योगों के समर्थक थे।
7. गांधीजी के अनुसार शिक्षा का मुख्य उद्देश्य क्या था?
A. धन अर्जन
B. प्रतियोगिता
C. चरित्र निर्माण
D. राजनीतिक प्रभुत्व
गांधीजी का मानना था कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य चरित्र निर्माण है।
8. गांधीजी का ‘चंपारण सत्याग्रह’ किस वर्ष हुआ?
A. 1920
B. 1919
C. 1917
D. 1930
चंपारण सत्याग्रह 1917 में बिहार में हुआ था।
9. गांधीजी ने खादी आंदोलन क्यों शुरू किया?
A. स्वदेशी को बढ़ावा देना
B. फैशन को बढ़ाना
C. विदेशी कपड़ों का प्रचार
D. औद्योगिकीकरण
खादी आंदोलन स्वदेशी और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए था।
10. गांधीजी का प्रमुख राजनीतिक हथियार क्या था?
A. हिंसा
B. आर्थिक प्रतिबंध
C. अहिंसक असहयोग
D. सशस्त्र संघर्ष
गांधीजी का प्रमुख राजनीतिक हथियार अहिंसक असहयोग था।

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