M.K Gandhi in Sociology
M.K Gandhi (1869-1948) केवल भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नेता ही नहीं, बल्कि एक गहन सामाजिक विचारक भी थे। उनका समाजशास्त्र राजनीति, नैतिकता, धर्म, ग्राम स्वराज और मानवीय मूल्यों के समन्वय पर आधारित था। गांधी जी का मानना था कि समाज में परिवर्तन केवल कानून से नहीं, बल्कि नैतिक और आत्मिक जागृति से संभव है।

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