Indian Thinkers in Sociology –भारतीय समाजशास्त्र का विकास और समकालीन महत्व
Indian Thinkers in Sociology समाजशास्त्र (Sociology) एक ऐसा विषय है जो समाज की संरचना, प्रक्रियाओं और समस्याओं का वैज्ञानिक अध्ययन करता है। पश्चिम में यह विषय औद्योगिक क्रांति और फ्रांसीसी क्रांति के बाद विकसित हुआ। भारत में समाजशास्त्र का उदय अपेक्षाकृत देर से हुआ, परन्तु इसकी जड़ें गहरी और मजबूत हैं। भारतीय समाज विविधता, बहुलता और परंपराओं से भरा हुआ है, इसलिए भारतीय समाजशास्त्र ने एक विशिष्ट पहचान बनाई है।
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